@murli-dhakad
Murli Dhakad shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Murli Dhakad's shayari and don't forget to save your favorite ones.
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ख्वाब टूटता है तो वो उसके निशां ढूँढता है
चाँद फलक पर है, जमीं पर कहाँ ढूँढता है
दिल दुखाने को आए हो तुम
फिर रुलाने को आए हो तुम
शिखर पे चढ़के बैठे थे एहतियात के
मौसम सभी गुजर गए बरसात के
हम सबको इसी हैरत में मर जाना है
कि मरके फिर किधर जाना है
रात जैसे जैसे ढलती जा रही है
कोई कसक दिल में मचलती जा रही है
इसी उलझन में उम्र सारी बसर की
ये छाया सूरज की है या शजर की
उसे मेरी याद सताएगी इस पर मुझे शक है
कभी बरसात रुलाएगी इस पर मुझे शक है
परिंदे की परवाज सुनाई दी है
गगन में कोई आवाज सुनाई दी है
सभी के हिस्से में बेबसी नही आती
दर्द की बातों पर अब हँसी नही आती
बनने बिगड़ने के रास्ते, सारे बवाल छोड़ चुके
हम अपनी ज़िन्दगी को, ज़िन्दगी के हाल छोड़ चुके