@murli-dhakad
Murli Dhakad shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Murli Dhakad's shayari and don't forget to save your favorite ones.
Followers
0
Content
36
Likes
मुजाहिद की दास्तान है ख़्वाब मेरे
उम्र भर की थकान है ख़्वाब मेरे
और कोई ग़म न था क्या जमाने में
दिल दहल उठा है आधे ही पैमाने में
उसूल अलग हैं जमीन और दलदल के
कमल को छूना मगर ज़रा संभल के
बज़्म-ए-जानाँ की रंगत कुछ खास है
लेकिन आज रिन्द की तबियत उदास है
जितना गुमान से जुल्फों को सँवारा गया
उतना इमान से ये बेसहारा गया