@ameer-imam
Ameer Imam shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Ameer Imam's shayari and don't forget to save your favorite ones.
Followers
0
Content
78
Likes
रास्ता चलते हुए दो हम-क़दम ग़ुस्से में है
हमसे दुनिया और इस दुनिया से हम ग़ुस्से में है
चलते चलते ये गली बे-जान होती जाएगी
रात होती जाएगी सुनसान होती जाएगी
बन के साया ही सही सात तो होती होगी
कम से कम तुझ में तिरी ज़ात तो होती होगी
ये कार-ए-ज़िंदगी था तो करना पड़ा मुझे
ख़ुद को समेटने में बिखरना पड़ा मुझे
मद्धम हुई तो और निखरती चली गई
ज़िंदा है एक याद जो मरती चली गई
जो अब जहान-ए-बरहना का इस्तिआरा हुआ
मैं ज़िंदगी तिरा इक पैरहन उतारा हुआ
इन को ख़ला में कोई नज़र आना चाहिए
आँखों को टूटे ख़्वाब का हर्जाना चाहिए
उन को ख़ला में कोई नज़र आना चाहिए
कभी तो बनते हुए और कभी बिगड़ते हुए
ये किस के अक्स हैं तन्हाइयों में पड़ते हुए
वक़्त की इंतिहा तलक वक़्त की जस्त 'अमीर-इमाम'
हस्त की बूद 'अमीर-इमाम' बूद की हस्त 'अमीर-इमाम'