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Gulzar shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Gulzar's shayari and don't forget to save your favorite ones.
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बे-सबब मुस्कुरा रहा है चाँद
कोई साज़िश छुपा रहा है चाँद
बीते रिश्ते तलाश करती है
ख़ुशबू ग़ुंचे तलाश करती है
वो ख़त के पुर्ज़े उड़ा रहा था
हवाओं का रुख़ दिखा रहा था
हर एक ग़म निचोड़ के हर इक बरस जिए
दो दिन की ज़िंदगी में हज़ारों बरस जिए
शाम से आज सांस भारी है
बे-क़रारी सी बे-क़रारी है
तुझ को देखा है जो दरिया ने इधर आते हुए
कुछ भँवर डूब गए पानी में चकराते हुए
फूलों की तरह लब खोल कभी
ख़ुशबू की ज़बाँ में बोल कभी
सहमा सहमा डरा सा रहता है
जाने क्यूँ जी भरा सा रहता है
कोई ख़ामोश ज़ख़्म लगती है
ज़िंदगी एक नज़्म लगती है
दिखाई देते हैं धुँद में जैसे साए कोई
मगर बुलाने से वक़्त लौटे न आए कोई