@gulzar
Gulzar shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Gulzar's shayari and don't forget to save your favorite ones.
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दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई
जैसे एहसाँ उतारता है कोई
हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते
दर्द हल्का है साँस भारी है
जिए जाने की रस्म जारी है
शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आप की कमी सी है
ऐसा ख़ामोश तो मंज़र न फ़ना का होता
मेरी तस्वीर भी गिरती तो छनाका होता
एक पर्वाज़ दिखाई दी है
तेरी आवाज़ सुनाई दी है
ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में
ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा
सब्र हर बार इख़्तियार किया
हम से होता नहीं हज़ार किया
आँखों में जल रहा है प बुझता नहीं धुआँ
उठता तो है घटा सा बरसता नहीं धुआँ