@bashir-badr
Bashir Badr shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Bashir Badr's shayari and don't forget to save your favorite ones.
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मैं तमाम दिन का थका हुआ तू तमाम शब का जगा हुआ
ज़रा ठहर जा इसी मोड़ पर तेरे साथ शाम गुज़ार लूँ
पत्थर के जिगर वालो ग़म में वो रवानी है
ख़ुद राह बना लेगा बहता हुआ पानी है
दूसरी कोई लड़की ज़िंदगी में आएगी
कितनी देर लगती है उस को भूल जाने में
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली
दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली
इसी लिए तो यहाँ अब भी अजनबी हूँ मैं
तमाम लोग फ़रिश्ते हैं आदमी हूँ मैं
हर धड़कते पत्थर को लोग दिल समझते हैं
उम्रें बीत जाती हैं दिल को दिल बनाने में
न जी भर के देखा न कुछ बात की
बड़ी आरज़ू थी मुलाक़ात की
दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे
जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों
किताबें, रिसाले न अख़बार पढ़ना
मगर दिल को हर रात इक बार पढ़ना
दिल की बस्ती पुरानी दिल्ली है
जो भी गुज़रा है उसने लूटा है