SHER•1/5/2021दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहेBy Bashir BadrLikeShareReportHindiEnglishदुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों