SHER•11/22/2020सुना है बद्र साहब महफ़िलों की जान होते थेBy Bashir BadrLikeShareReportHindiEnglishसुना है बद्र साहब महफ़िलों की जान होते थे बहुत दिन से वो पत्थर हैं न हँसते हैं न रोते हैं