@shariq-kaifi
Shariq Kaifi shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Shariq Kaifi's shayari and don't forget to save your favorite ones.
Followers
0
Content
98
Likes
गुज़र रहा है वो लम्हा तो याद आया है
उस एक पल से कभी कितना ख़ौफ़ खाया है
तन से जब तक साँस का रिश्ता रहेगा
मेरे अश्कों में तिरा हिस्सा रहेगा
होने से मिरे फ़र्क़ ही पड़ता था भला क्या
मैं आज न जागा तो सवेरा न हुआ क्या
उदास हैं सब पता नहीं घर में क्या हुआ है
हमारा इतना ख़याल क्यूँ रक्खा जा रहा है
तरह तरह से मिरा दिल बढ़ाया जाता है
मगर कहे से कहीं मुस्कुराया जाता है
कोई कुछ भी कहता रहे सब ख़ामोशी से सुन लेता है
उस ने भी अब गहरी गहरी साँसें लेना सीख लिया है
सूना आँगन नींद में ऐसे चौंक उठा है
सोते में भी जैसे कोई सिसकी लेता है
रोज़ का इक मश्ग़ला कुछ देर का
उस गली का रास्ता कुछ देर का
ख़याल सा है कि तू सामने खड़ा था अभी
ग़ुनूदगी में हूँ शायद मैं सौ गया था अभी
तिरी तरफ़ से तो हाँ मान कर ही चलना है
कि सारा खेल इस उम्मीद पर ही चलना है