@jawwad-sheikh
Jawwad Sheikh shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Jawwad Sheikh's shayari and don't forget to save your favorite ones.
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ये वहम जाने मेरे दिल से क्यूँ निकल नहीं रहा
कि उस का भी मिरी तरह से जी सँभल नहीं रहा
इधर ये हाल कि छूने का इख़्तियार नहीं
उधर वो हुस्न कि आँखों पे ए'तिबार नहीं
मैं चाहता हूँ कि दिल में तिरा ख़याल न हो
अजब नहीं कि मिरी ज़िंदगी वबाल न हो
न सही ऐश, गुज़ारा ही सही
यानी गर तू नहीं दुनिया ही सही
ग़म-ए-जहाँ से मैं उकता गया तो क्या होगा
ख़ुद अपनी फ़िक्र में घुलने लगा तो क्या होगा
कहाँ हटता है निगाहों से हटाए हाए
वही मंज़र कि जिसे देख न पाए हाए
उस ने कोई तो दम पढ़ा हुआ है
जिस ने देखा वो मुब्तला हुआ है
दाद तो बाद में कमाएँगे
पहले हम सोचना सिखाएँगे
जो भी जीने के सिलसिले किए थे
हम ने बस आप के लिए किए थे
हज़ार सहरा थे रस्ते में यार क्या करता
जो चल पड़ा था तो फ़िक्र-ए-ग़ुबार क्या करता