@bhaskar-shukla
Bhaskar Shukla shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Bhaskar Shukla's shayari and don't forget to save your favorite ones.
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आज है उनको आना, मज़ा आएगा
फिर जलेगा ज़माना, मज़ा आएगा
हमें गूंगा न समझा जाए कमतर बोलते हैं हम
जहाँ हमको सुना जाए वहीं पर बोलते हैं हम
बदन लिए तलाशता फिरू हूँ रात दिन उसे
सुना है जान भी मेरी कहीं इसी शहर में है
ज़मीन-ओ-आसमाँ को जगमगा दो रौशनी से
दिसम्बर आज मिलने जा रहा है जनवरी से
जिसे तुम काट आये उस शजर को ढूँढता होगा
परिंदा लौटकर के अपने घर को ढूँढता होगा
मैं कैसे मान लूँ कि इश्क़ बस इक बार होता है
तुझे जितनी दफ़ा देखूँ मुझे हर बार होता है
मिले थे फरवरी में आपसे पहली दफ़ा हम
तभी से दोस्ती सी हो गयी है फरवरी से
जो कह नहीं सका उसे क़रीब था वो जब मेरे
वो बात शेर में बदल गई तो दूर तक गई
तेरा लिक्खा जो पढ़ूँ तो तेरी आवाज़ सुनूँ
तेरी आवाज़ सुनूँ तो तेरा चेहरा देखूँ
वैसे तो उसका नाम नहीं हाफ़िज़े में अब
मुमकिन है रूबरू जो कभी हो, पुकार दूँ