Shayari Page
SHER

मकाँ तो है नहीं जो खींच दें दीवार इस दिल में

मकाँ तो है नहीं जो खींच दें दीवार इस दिल में

कोई दूजा नहीं रह पाएगा अब यार इस दिल में

जहाँ भर में लुटाते फिर रहे है कम नहीं होता

तुम्हारे वास्ते इतना रखा था प्यार इस दिल में

Comments

Loading comments…