@bashir-badr
Bashir Badr shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Bashir Badr's shayari and don't forget to save your favorite ones.
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वो चाँदनी का बदन ख़ुशबुओं का साया है
बहुत अज़ीज़ हमें है मगर पराया है
सँवार नोक-पलक अबरुओं में ख़म कर दे
गिरे पड़े हुए लफ़्ज़ों को मोहतरम कर दे
मिरे दिल की राख कुरेद मत इसे मुस्कुरा के हवा न दे
ये चराग़ फिर भी चराग़ है कहीं तेरा हाथ जला न दे
वही ताज है वही तख़्त है वही ज़हर है वही जाम है
ये वही ख़ुदा की ज़मीन है ये वही बुतों का निज़ाम है
मुसाफ़िर के रस्ते बदलते रहे
मुक़द्दर में चलना था चलते रहे
वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब समझते होंगे
चाँद कहते हैं किसे ख़ूब समझते होंगे
सोचा नहीं अच्छा बुरा देखा सुना कुछ भी नहीं
माँगा ख़ुदा से रात दिन तेरे सिवा कुछ भी नहीं
वो अपने घर चला गया अफ़्सोस मत करो
इतना ही उस का साथ था अफ़्सोस मत करो
कभी तो शाम ढले अपने घर गए होते
किसी की आँख में रह कर सँवर गए होते
घर से निकले अगर हम बहक जाएँगे
वो गुलाबी कटोरे छलक जाएँगे