@shakeel-azmi
Shakeel Azmi shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Shakeel Azmi's shayari and don't forget to save your favorite ones.
Followers
0
Content
18
Likes
हार हो जाती है जब मान लिया जाता है
जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है
परों को खोल ज़माना उड़ान देखता है
ज़मीं पे बैठ के क्या आसमान देखता है
मैं सो रहा हूँ तेरे ख़्वाब देखने के लिए
ये आरज़ू है कि आँखों में रात रह जाए
ख़ुदा ख़ुदको समझते हो तो समझो
मगर इक रोज़ मर जाना है तुमको
तुम ने स्वेटर बुना था मिरे नाम का
मैं भी लाया था कुछ सर्दियाँ जंगली
वो बुझ गया तो चला उसकी अहमियत का पता
कि उस की आग से कितने चराग जलते थे
ये जो मैं होश में रहता नहीं तुमसे मिल कर
ये मिरा इश्क़ है तुम इसको नशा मत समझो
आदमी होता है माहौल से अच्छा या बुरा
जानवर घर में रखे जाएँ तो इन्सान से हैं
अपनी मंज़िल पे पहुँचना भी खड़े रहना भी
कितना मुश्किल है बड़े हो के बड़े रहना भी
ख़ुद को इतना भी मत बचाया कर
बारिशें हों तो भीग जाया कर