SHER•10/15/2021दर्द में शिद्दत-ए-एहसास नहीं थी पहलेBy Shakeel AzmiLikeShareReportHindiEnglishदर्द में शिद्दत-ए-एहसास नहीं थी पहले ज़िंदगी राम का बन-बास नहीं थी पहले