@rahat-indori
Rahat Indori shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Rahat Indori's shayari and don't forget to save your favorite ones.
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चराग़ों को उछाला जा रहा है
हवा पर रौब डाला जा रहा है
मैं साँसें तक लुटा सकता हूँ उसके इक इशारे पर
मगर वो मेरे हर वादे को सरकारी समझता है
अब न मैं वो हूँ न बाकी हैं ज़माने मेरे
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे
देखो देखो जानम हम दिल अपना तेरे लिए लाए
सोचो सोचो दुनिया में क्यूँ आए तेरे लिए आए
लोग हर मोड़ पे रुक रुक के सँभलते क्यूँ हैं
इतना डरते हैं तो फिर घर से निकलते क्यूँ हैं
तूफ़ानों से आँख मिलाओ सैलाबों पे वार करो
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो तैर के दरिया पार करो
गुलाब ख़्वाब दवा ज़हर जाम क्या क्या है
मैं आ गया हूँ बता इंतिज़ाम क्या क्या है
जो दुनिया को सुनाई दे उसे कहते हैं ख़ामोशी
जो आँखों में दिखाई दे उसे तूफ़ान कहते हैं
प्यास अगर मेरी बुझा दे तो मैं जानू वरना
तू समंदर है तो होगा मेरे किस काम का है
किसने दस्तक दी ये दिल पर कौन है
आप तो अंदर हैं बाहर कौन है