@kaifi-azmi
Kaifi Azmi shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Kaifi Azmi's shayari and don't forget to save your favorite ones.
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एक दो ही नहीं छब्बीस दिए
एक इक कर के जलाए मैं ने
रूह बेचैन है इक दिल की अज़िय्यत क्या है
दिल ही शोला है तो ये सोज़-ए-मोहब्बत क्या है
मैं ये सोच कर उस के दर से उठा था
कि वो रोक लेगी मना लेगी मुझ को
मुद्दतों मैं इक अंधे कुएँ में असीर
सर पटकता रहा गिड़गिड़ाता रहा
तुम परेशान न हो, बाब-ए-करम वा न करो
और कुछ देर पुकारूँगा चला जाऊँगा
राम बन-बास से जब लौट के घर में आए
याद जंगल बहुत आया जो नगर में आए
मेरे काँधे पे बैठा कोई
पढ़ता रहता है इंजील ओ क़ुरआन ओ वेद
तबीअत जब्रिया तस्कीन से घबराई जाती है
हँसूँ कैसे हँसी कम-बख़्त तू मुरझाई जाती है
ये सेहहत-बख़्श तड़का ये सहर की जल्वा-सामानी
उफ़ुक़ सारा बना जाता है दामान-ए-चमन जैसे
वो सर्द रात जबकि सफ़र कर रहा था मैं
रंगीनियों से जर्फ़-ए-नज़र भर रहा था मैं