@dagh-dehlvi
Dagh Dehlvi shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Dagh Dehlvi's shayari and don't forget to save your favorite ones.
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काबे की है हवस कभी कू-ए-बुताँ की है
मुझ को ख़बर नहीं मिरी मिट्टी कहाँ की है
अब वो ये कह रहे हैं मिरी मान जाइए
अल्लाह तेरी शान के क़ुर्बान जाइए
कहते हैं जिस को हूर वो इंसाँ तुम्हीं तो हो
जाती है जिस पे जान मिरी जाँ तुम्हीं तो हो
ग़ैर को मुँह लगा के देख लिया
झूट सच आज़मा के देख लिया
रंज की जब गुफ़्तुगू होने लगी
आप से तुम तुम से तू होने लगी
जो हो सकता है उस से वो किसी से हो नहीं सकता
मगर देखो तो फिर कुछ आदमी से हो नहीं सकता
सितम ही करना जफ़ा ही करना निगाह-ए-उल्फ़त कभी न करना
तुम्हें क़सम है हमारे सर की हमारे हक़ में कमी न करना
मज़े इश्क़ के कुछ वही जानते हैं
कि जो मौत को ज़िंदगी जानते हैं
देख कर जोबन तिरा किस किस को हैरानी हुई
इस जवानी पर जवानी आप दीवानी हुई
इस अदा से वो जफ़ा करते हैं
कोई जाने कि वफ़ा करते हैं