@azhar-iqbal
Azhar Iqbal shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Azhar Iqbal's shayari and don't forget to save your favorite ones.
Followers
0
Content
31
Likes
फिर इस के बाद मनाया न जश्न ख़ुश्बू का
लहू में डूबी थी फ़स्ल-ए-बहार क्या करते
हर एक सम्त यहाँ वहशतों का मस्कन है
जुनूँ के वास्ते सहरा ओ आशियाना क्या
गाली को प्रणाम समझना पड़ता है
मधुशाला को धाम समझना पड़ता है
इतना संगीन पाप कौन करे
मेरे दुख पर विलाप कौन करे
जब भी उसकी गली में भ्रमण होता है
उसके द्वार पर आत्मसमर्पण होता है
ये भ्रामक प्रकाश ये कल्पित दीप उत्सव
दृष्टिहीन हुए तो ये सब पाया है
गुमान है या किसी विश्वास में है
सभी अच्छे दिनों की आस में है
माँग सिन्दूर भरी हाथ हिनाई करके
रूप जोबन का ज़रा और निखर आएगा
गुलाब चाँदनी-रातों पे वार आए हम
तुम्हारे होंटों का सदक़ा उतार आए हम