SHER•5/24/2022उनके गेसू खुलें तो यार बने बात मेरीBy Zubair Ali TabishLikeShareReportHindiEnglishउनके गेसू खुलें तो यार बने बात मेरीइक रबर बैंड ने जकड़ी हुई है रात मेरी