तुम्हारा सिर्फ़ हवाओं पे शक गया होगाZubair Ali Tabish@zubair-ali-tabishतुम्हारा सिर्फ़ हवाओं पे शक गया होगा चराग़ ख़ुद भी तो जल जल के थक गया होगा