SHER•9/9/2020पहेली ज़िंदगी की कब तू ऐ नादान समझेगाBy Zubair Ali TabishLikeShareReportHindiEnglishपहेली ज़िंदगी की कब तू ऐ नादान समझेगा बहुत दुश्वारियाँ होंगी अगर आसान समझेगा