Shayari Page
SHER

मैं क़िस्सा मुख़्तसर कर के, ज़रा नीची नज़र कर के

मैं क़िस्सा मुख़्तसर कर के, ज़रा नीची नज़र कर के

ये कहता हूँ अभी तुम से, मोहब्बत हो गई तुम से

Comments

Loading comments…
मैं क़िस्सा मुख़्तसर कर के, ज़रा नीची नज़र कर के — Zubair Ali Tabish • ShayariPage