मैं क़िस्सा मुख़्तसर कर के, ज़रा नीची नज़र कर केZubair Ali Tabish@zubair-ali-tabishमैं क़िस्सा मुख़्तसर कर के, ज़रा नीची नज़र कर के ये कहता हूँ अभी तुम से, मोहब्बत हो गई तुम से