Shayari Page
SHER

ज़िक्र हर-सू बिखर गया उसका

ज़िक्र हर-सू बिखर गया उसका

कोई दीवाना मर गया उसका

उसने जी भर के मुझको चाहा था

और फिर जी ही भर गया उसका

Comments

Loading comments…