ज़िक्र हर-सू बिखर गया उसकाZubair Ali Tabish@zubair-ali-tabishज़िक्र हर-सू बिखर गया उसकाकोई दीवाना मर गया उसकाउसने जी भर के मुझको चाहा थाऔर फिर जी ही भर गया उसका