Shayari Page
SHER

चूड़ियाँ बेच के वो मेरे लिए लायी 'गिटार'

चूड़ियाँ बेच के वो मेरे लिए लायी 'गिटार'

तार छेड़ूँ तो खनकने की सदा आती है

Comments

Loading comments…