Shayari Page
SHER

चूड़ियाँ बेच के वो मेरे लिए लायी 'गिटार'

चूड़ियाँ बेच के वो मेरे लिए लायी 'गिटार'

तार छेड़ूँ तो खनकने की सदा आती है

Comments

Loading comments…
चूड़ियाँ बेच के वो मेरे लिए लायी 'गिटार' — Zubair Ali Tabish • ShayariPage