वो क्या है के फूलो को धोखा हुआ था
वो क्या है के फूलो को धोखा हुआ था
तेरा सूट तितली ने पेहेना हुआ था
मुझे क्या पता बाढ़ में कौन डूबा
मै कस्ती बनाने में डूबे हुआ था
मैं शायद उसी हाथ में रह गया हूँ
वही हाथ जो मुझ से छूटा हुआ था
किसी की जगह पर खड़ा हो गया मैं
मेरी सीट पर कोई बैठा हुआ था
पुरानी गजल डस्टबिन में पड़ी थी
नया शेर टेबल पर रखा हुआ था
तुम्हे देख कर कुछ तो भुला हुआ हूँ
अरे याद आया मैं रूठा हुआ था