भीड़ तो ऊँचा ही सुनेगी दोस्त

भीड़ तो ऊँचा ही सुनेगी दोस्त

मेरी आवाज़ गिर पड़ेगी दोस्त


मेरी तक़दीर तेरी खिड़की है

मेरी तक़दीर कब खुलेगी दोस्त


गाँव मेरा बहुत ही छोटा है

तेरी गाड़ी नहीं रुकेगी दोस्त


दोस्ती लफ़्ज़ में ही दो है दो

सिर्फ़ तेरी नहीं चलेगी दोस्त