Shayari Page
GHAZAL

अब मेरे साथ नहीं है समझे ना

अब मेरे साथ नहीं है समझे ना

समझाने की बात नहीं है समझे ना

तुम माँगोगे और तुम्हें मिल जाएगा

प्यार है ये ख़ैरात नहीं है समझे ना

मैं बादल हूँ जिस पर चाहूँ बरसूँगा

मेरी कोई ज़ात नहीं है समझे ना

अपना ख़ाली हाथ मुझे मत दिखलाओ

इसमें मेरा हाथ नहीं है समझे ना

Comments

Loading comments…
अब मेरे साथ नहीं है समझे ना — Zubair Ali Tabish • ShayariPage