SHER•5/4/2023मैं उन्हीं आबादियों में जी रहा होता कहींBy Zia MazkoorLikeShareReportHindiEnglishमैं उन्हीं आबादियों में जी रहा होता कहींतुम अगर हँसते नहीं उस दिन मेरी तक़दीर पर