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दौलत शोहरत बीवी बच्चे अच्छा घर और अच्छे दोस्त

दौलत शोहरत बीवी बच्चे अच्छा घर और अच्छे दोस्त

कुछ तो है जो इन के बाद भी हासिल करना बाक़ी है

कभी-कभी तो दिल करता है चलती रेल से कूद पड़ूॅं

फिर कहता हूॅं पागल अब तो थोड़ा रस्ता बाक़ी है

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