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SHER

चारागर ऐ चारागर चिल्लाती थी

चारागर ऐ चारागर चिल्लाती थी

ज़ख़्मों को भी हाथ नहीं लगवाती थी

पता नहीं कैसा माहौल था उसके घर

बुर्का पहन के शर्टें लेने आती थी

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