SHER•11/1/2020मोहब्बत के घरों के कच्चे-पन को ये कहाँ समझेंBy Waseem BarelviLikeShareReportHindiEnglishमोहब्बत के घरों के कच्चे-पन को ये कहाँ समझें इन आँखों को तो बस आता है बरसातें बड़ी करना