Shayari Page
SHER

धूप के एक ही मौसम ने जिन्हें तोड़ दिया

धूप के एक ही मौसम ने जिन्हें तोड़ दिया

इतने नाज़ुक भी ये रिश्ते न बनाये होते

Comments

Loading comments…
धूप के एक ही मौसम ने जिन्हें तोड़ दिया — Waseem Barelvi • ShayariPage