GHAZAL•
अपनी आँखों में भर कर ले जाने हैं
By Varun Anand
अपनी आँखों में भर कर ले जाने हैं
मुझको उसके आँसू काम में लाने है
देखो हम कोई वहशी नइँ दीवाने हैं
तुमसे बटन खुलवाने नइँ लगवाने हैं
हम तुम इक दूजे की सीढ़ी है जानाँ
बाक़ी दुनिया तो साँपों के ख़ाने हैं
पाक़ीज़ा चीज़ों को पाक़ीज़ा लिखो
मत लिक्खो उसकी आँखें मयखाने हैं