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GHAZAL

अपनी आँखों में भर कर ले जाने हैं

अपनी आँखों में भर कर ले जाने हैं

मुझको उसके आँसू काम में लाने है

देखो हम कोई वहशी नइँ दीवाने हैं

तुमसे बटन खुलवाने नइँ लगवाने हैं

हम तुम इक दूजे की सीढ़ी है जानाँ

बाक़ी दुनिया तो साँपों के ख़ाने हैं

पाक़ीज़ा चीज़ों को पाक़ीज़ा लिखो

मत लिक्खो उसकी आँखें मयखाने हैं

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