SHER•7/14/2022तू दिल पे बोझ ले के मुलाक़ात को न आBy UnknownLikeShareReportHindiEnglishतू दिल पे बोझ ले के मुलाक़ात को न आमिलना है इस तरह तो बिछड़ना क़ुबूल है