Shayari Page
SHER

मुझको छाँव में रखा और ख़ुद भी वो जलता रहा

मुझको छाँव में रखा और ख़ुद भी वो जलता रहा

मैंने देखा इक फ़रिश्ता बाप की परछाईं में

Comments

Loading comments…