SHER•4/12/2022सब इंतज़ार में थे कब कोई ज़बान खुलेBy Umair NajmiLikeShareReportHindiEnglishसब इंतज़ार में थे कब कोई ज़बान खुलेफिर उसके होंठ खुले और सबके कान खुले