Shayari Page
SHER

ज़ेहन से यादों के लश्कर जा चुके

ज़ेहन से यादों के लश्कर जा चुके

वो मेरी महफ़िल से उठ कर जा चुके

मेरा दिल भी जैसे पाकिस्तान है

सब हुकूमत करके बाहर जा चुके

Comments

Loading comments…
ज़ेहन से यादों के लश्कर जा चुके — Tehzeeb Hafi • ShayariPage