यूँ नहीं है कि फ़क़त मैं ही उसे चाहता हूँ Tehzeeb Hafi@tehzeeb-hafiयूँ नहीं है कि फ़क़त मैं ही उसे चाहता हूँ जो भी उस पेड़ की छाँव में गया बैठ गया