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SHER

ये दुक्ख अलग है कि उससे मैं दूर हो रहा हूँ

ये दुक्ख अलग है कि उससे मैं दूर हो रहा हूँ

ये ग़म जुदा है वो ख़ुद मुझे दूर कर रहा है

तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूँ मैं ताज़ा ग़ज़लें

ये तेरा ग़म है जो मुझको मशहूर कर रहा है

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