सब परिंदों से प्यार लूँगा मैं

सब परिंदों से प्यार लूँगा मैं

पेड़ का रूप धार लूँगा मैं

तू निशाने पे आ भी जाए अगर

कौन सा तीर मार लूँगा मैं