Shayari Page
SHER

मुझको किस दश्त से लाई थी कहां छोड़ गई

मुझको किस दश्त से लाई थी कहां छोड़ गई

इन हवाओं से कोई पूछने वाला भी नहीं

Comments

Loading comments…
मुझको किस दश्त से लाई थी कहां छोड़ गई — Tehzeeb Hafi • ShayariPage