SHER•
और फिर एक दिन बैठे बैठे मुझे
By Tehzeeb Hafi
और फिर एक दिन बैठे बैठे मुझे
अपनी दुनिया बुरी लग गयी
जिसको आबाद करते हुए
मेरे मां-बाप की ज़िंदगी लग गयी
और फिर एक दिन बैठे बैठे मुझे
अपनी दुनिया बुरी लग गयी
जिसको आबाद करते हुए
मेरे मां-बाप की ज़िंदगी लग गयी