तुमने तो बस दिया जलाना होता है
तुमने तो बस दिया जलाना होता है
हमने कितनी दूर से आना होता है
आँसू और दुआ में कोई फ़र्क नहीं
रो देना भी हाथ उठाना होता है
मेरे साथ परिन्दे कुछ इंसान भी हैं
मैंने अपने घर भी जाना होता है
तुम अब उन रस्तों पर हो तहज़ीब जहाँ
मुड़कर तकने पर जुर्माना होता है