सो रहेंगे के जागते रहेंगे
सो रहेंगे के जागते रहेंगे
हम तेरे ख्वाब देखते रहेंगे
तू कही और ही ढूंढता रहेंगा
हम कही और ही खिले रहेंगे
राहगीरों ने राह बदलनी है
पेड़ अपनी जगह खड़े रहेंगे
सभी मौसम है दस्तरस में तेरी
तूने चाहा तो हम हरे रहेंगे
लौटना कब है तूने पर तुझको
आदतन ही पुकारते रहेंगे
तुझको पाने में मसअला ये है
तुझको खोने के वस्वसे रहेंगे
तू इधर देख मुझसे बाते कर
यार चश्मे तो फूटते रहेंगे
एक मुद्दत हुई है तुझसे मिले
तू तो कहता था राब्ते रहेंगे