Shayari Page
SHER

बहुत जनाज़े थे रास्ते में

बहुत जनाज़े थे रास्ते में

क़दम भी हम गिन न पाए अपने

Comments

Loading comments…
बहुत जनाज़े थे रास्ते में — Shariq Kaifi • ShayariPage