वो अफ़्साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन

वो अफ़्साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन

उसे इक ख़ूब-सूरत मोड़ दे कर छोड़ना अच्छा