अभी ज़िंदा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ ख़ल्वत में Sahir Ludhianvi@sahir-ludhianviअभी ज़िंदा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ ख़ल्वत में कि अब तक किस तमन्ना के सहारे जी लिया मैं ने