ज़रा सा झूठ ही कह दो मेरे बिन तुम अधूरे होParveen Shakir@parveen-shakirज़रा सा झूठ ही कह दो मेरे बिन तुम अधूरे हो तुम्हारा क्या बिगड़ता है ज़रा सी बात कहने में