यूँ बिछड़ना भी बहुत आसाँ न था उस से मगर Parveen Shakir@parveen-shakirयूँ बिछड़ना भी बहुत आसाँ न था उस से मगर जाते जाते उस का वो मुड़ कर दोबारा देखना